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टोंक लिटरेचर फेस्टिवल को लेकर जिले के साहित्य अनुरागियों की बैठक साहित्यकार व अतिरिक्त जिला कलक्टर डॉ. सूरज सिंह नेगी की अध्यक्षता में हुई। गोष्ठी के अध्यक्ष नेगी ने फेस्टिवल पर विचार व्यक्त करते हुए अपने अनुभव साझा किए।

टोंक लिटरेचर फेस्टिवल: साहित्य जगत के दिग्गज एक ही मंच होंगे
डॉ. सूरज सिंह नेगी की अध्यक्षता में साहित्य की जाजम पर एक साथ बैठे साहित्य और कला जगत के सितारे
टोंक. टोंक लिटरेचर फेस्टिवल को लेकर जिले के साहित्य अनुरागियों की बैठक साहित्यकार व अतिरिक्त जिला कलक्टर डॉ. सूरज सिंह नेगी की अध्यक्षता में हुई। गोष्ठी के अध्यक्ष नेगी ने फेस्टिवल पर विचार व्यक्त करते हुए अपने अनुभव साझा किए।

उन्होंने आयोजन के सम्बंध में आने वाली चुनौतियों पर चर्चा की। साथ ही उपस्थित महानुभावों, लेखकों, कवियों, शायरों, कलमकारों तथा साहित्यकारों को उपयोगी सुझाव दिए। साहित्य से जुड़े सुरेश बुंदेल ने बताया कि हिन्दी और उर्दू साहित्य जगत के समन्वित प्रयासों से साहित्य की दुनिया का महत्वपूर्ण और बड़ा आयोजन टोंक लिटरेचर फेस्टिवल के रूप में प्रस्तावित है।
साहित्य के सितारों का प्रस्तावित महाकुंभ टोंक शहर के मौलाना अबुल कलाम आजाद अरबी फारसी शोध संस्थान में लगाया जा सकता है। दो दिवसीय फेस्टिवल में भारतीय साहित्य जगत के दिग्गजों को एक ही मंच पर जुटाने के प्रयास किए जा सकते हैं।
इसके अलावा कला और सांस्कृतिक कार्यक्रमों के साथ उभरते लेखकों को इस अवसर पर अपनी कृतियों को पेश करने का मौका भी दिया जाएगा। बैठक में विचार. विमर्श के दौरान जनवरी 2024 में फेस्टिवल का शेड्यूल निर्धारित किए जाने का सुझाव दिया गया है।
फेस्टिवल के पहले दिन का कार्यक्रम दो हिस्सों में बांटा जा सकता है। टीएलएफ की शुरुआत की संभावना कवि और लेखक जावेद अख्तर के प्रोग्राम के साथ हो सकती है। यह एक टॉक शो होगाए, जिस पर उनकी शायरी और जीवन पर चर्चा होगी। जावेद के उपलब्ध ना होने पर अन्य विकल्प पर विचार किया जाएगा।
फेस्टिवल के संबंध में विशिष्ट अतिथि डॉ. अजीजुल्लाह शीरानी, डॉ. सैयद माकूल अहमद नदीम, देवेन्द्र जोशी, उमा हाड़ा व अशोक सक्सेना ने सुझाव दिए। विद्वानों में सैयद शाहीन अफरोज, रियाज राना, डॉ. हनुमान सिंह, गयास खुर्रम, डॉ. जिया टोंकी, प्रदीप पंवार, मनोज तिवारी, विनोद शर्मा, ममता जाट मंजुला, सैयद आबिद शाह, मनोज जैन, महेश गुर्जर, सुनील राजवंशी आदि ने फेस्टिवल के स्वरूप को लेकर विचार व्यक्त किए।
मंच संचालन ममता जाट मंजुला और शिमला शर्मा शुभ्रा ने संयुक्त रूप से किया। बैठक के आयोजक पूर्व तहसीलदार रमेश चौधरी ने सभी का आभार व्यक्त किया। इस अवसर पर कवयित्री रेखा जैन, कवि माणक चंद सौदा, मोहम्मद असलम खान, जलालुद्दीन खान, बाबूलाल नायक, हरिराम जाट, रामकिशोर बैरवा, हीरालाल वैष्णव, खेमशंकर, मोहम्मद आसिफ खान, नासिर अली आदि मौजूद रहे।

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